जोधपुर – शिवगढ़ प्रेस
राजस्थान के जोधपुर में सड़कों पर झाडू लगाने वाली आशा कंडारा ने 2021 में डिप्टी कलेक्टर बनकर खूब सुर्खियां बटोरी थी। उनके राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा (RAS) 2018 परीक्षा पास करने को खूब सराहा गया था, लेकिन वह इस बार जिस वजह से सुर्खियों में हैं, उसे कोई नहीं चाहेगा। जयपुर में तैनात आशा कंडारा को 12 जून की रात राजस्थान की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने 1 लाख 75 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।
एसीबी को जानकारी मिली थी कि आशा कंडारा सफाईकर्मी भर्ती के लिए लोगों से पैसे ले रही थीं। एसीबी ने उसके साथ एक दलाल योगेंद्र चौधरी को भी गिरफ्तार किया है। एसीबी इंस्पेक्टर कंचन भाटी की टीम ने उसे रुपये के साथ दबोचा है। जयपुर से पाली जाने के लिए आशा कंडरा निकली थी और एक होटल में रुकी थी। इसी दौरान यह लेन-देन हो रहा था। आशा अभी जयपुर नगर निगम में पदस्थ है। नौकरी का सौदा तीन लाख रुपये में तय होना बताया जा रहा है।
परिवार की मदद के लिए सड़कों पर लगाई झाडू
आशा ने RAS 2018 का प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू दिया, लेकिन रिजल्ट के लिए दो साल लंबा इंतजार करना पड़ा। इस दौरान परिवार की मदद के लिए उन्होंने जोधपुर नगर निगम में सफाई कर्मचारी पद के लिए आवेदन किया। इस पद पर चयन भी हो गया। उन्होंने दो साल तक काम किया। साल 2021 के फरवरी में RAS का रिजल्ट आया, जिसमें उनका सेलेक्शन डिप्टी कलेक्टर पद हो गया। आशा कंडारा ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा में 728वीं रैंक हासिल की थी।
12वीं पढ़ाई के बाद शादी, 32 की उम्र में तलाक
आशा कंडारा ने 1997 में 12वीं पास किया था। इसके बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। इसके बाद उन्होंने अपने पिता के कहने पर साल 2013 में फिर से पढ़ाई शुरू की और बीए किया। इसके बाद 2018 में RAS 2018 का फॉर्म भरा। आशा कंडारा के पिता राजेंद्र कंडारा फ़र्टिलाइज़र कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया में अकाउंट ऑफ़िसर थे। संयुक्त परिवार और सामाजिक दबाव के चलते 12वीं के बाद ही उनकी शादी कर दी गई थी, लेकिन 32 साल की उम्र में उनका तलाक हो गया। उस वक्त वह दो बच्चों की मां थीं।
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