शिवगढ़ प्रेस / संजय साहू , अंडा । उपाध्यक्ष प्रदेश श्रम कल्याण केशव बंटी हरमुख ने आरोप लगाया है कि इस वर्ष धान खरीदी में काफी अनियमितताएं देखने को मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने 14 नवंबर से 31 जनवरी तक धान खरीदी का निर्णय लिया है। इसका मतलब है कि सरकार धान खरीदी 14 दिन कम करेगी, जबकि पंजीकृत किसानों की संख्या में इस वर्ष काफी वृद्धि हुई है। वहीं, केंद्र सरकार द्वारा 117 रुपए की समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई है, जिसका कोई लाभ किसानों को नहीं मिल रहा है।पूर्व कांग्रेस की सरकार समर्थन मूल्य की वृद्धि को अलग से बढ़ा कर देती आई है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा एक मुश्त 3100 रूपए प्रति क्विंटल देने की बात कही थी, जिसे उन्होंने मोदी की गारंटी बताया था, जबकि किसानों को 2300 के भाव से धान की कीमत मिल रही है। इससे किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं।
टोकन व्यवस्था चरमराई
श्री हरमुख ने आरोप लगाया कि धान खरीदी केंद्रों में टोकन की व्यवस्था चरमरा सी गई है । ऑनलाइन टोकन कट नहीं रहा है। वहीं, किसान सोसाइटियों में टोकन कटवाने के लिए सब काम छोड़कर खड़े हैं। श्री हरमुख ने बताया कि सरकार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक कांटों से धान खरीदी का निर्णय किया गया है, लेकिन समिति में किसानों से सूखत के नाम पर प्रति तौल 200 से 300 ग्राम ज्यादा धान लिया जा रहा है। इससे किसानों में रोष व्याप्त है।
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