शिवगढ़ प्रेस / बालोद :- द आर्ट ऑफ लिविंग के वेद विज्ञान महाविद्यापीठ ट्रस्ट बंगलौर द्वारा संचालित निशुल्क विद्यालय श्री श्री ज्ञान मंदिर सांकरा में अध्यनरत बच्चे एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न दर्शनीय स्थल देखने पहुंचे ।
शैक्षणिक भ्रमण का यह रहा उद्देश्य
शिक्षा विभाग के नियमानुसार विविध जलवायु, वातावरण, विकास, इतिहास, संस्कृति से वास्तविक रूप से अवगत कराने के उद्देश्य से विद्यालय की ओर प्रति वर्ष अध्ययनरत बच्चों का शैक्षणिक भ्रमण का कार्यक्रम विद्यालय की ओर से आयोजित किया जाता है। शैक्षणिक भ्रमण के अंतर्गत श्री श्री ज्ञान मंदिर विद्यालय सांकरा के बच्चे रायपुर जिले में स्थित पुरखौती मुक्तांगन , जंगल सफारी और कौशल्या माता मंदिर चंदखुरी पहुंचें।
पुरखौति मुक्तांगन में देखने को मिला छत्तीसगढ़ के समृद्ध आदिवासी संस्कृति, लोककला , विलुप्त ग्राम्य जीवन
खुले संग्रहालय के रुप में निर्मित पुरखौति मुक्तांगन में छत्तीसगढ़ के समृद्ध आदिवासी संस्कृति, , लोककला , ग्राम्य जीवन के रूप में इस पर्यटन स्थल को करीब से जीवंत देख कर बच्चों को काफी ज्ञान वर्धक बातें जानने को मिली इसी के साथ बच्चों के पाठ्यक्रम में निहित छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों के मॉडल के रूप में यहां निर्मित भोरमदेव मंदिर, दंतेश्वरी मंदिर, बस्तर का चित्रकोट जलप्रपात, ढोलकल मंदिर, कई तरह के लोक नृत्य मॉडल इत्यादि से जुड़ी जानकारियां भी उपयोगी साबित हुआ।
जंगल सफारी में करीब से देखा वन्य प्राणियों की वन्य जीवन शैली
इसके पश्चात् विद्यालय के बच्चे नया रायपुर स्थित सफारी रायपुर गए जहां पर 800 एकड़ में फैले एशिया के एक मात्र मानव निर्मित जंगल सफारी का भ्रमण किया । यहां रॉयल बंगाल टाइगर, व्हाइट टाइगर, एशियन लायन, नीलगाय, काला हिरण, घड़ियाल और अन्य वन्य जीवों को जीवंत रुप से देखकर उन से जुड़ी सभी पहलुओं को बारीकी से अध्ययन करने का मौका मिला ।
भगवान श्रीराम के ननिहाल चंदखुरी जाकर कौशल्या माता मन्दिर के इतिहास का भी किया अध्ययन
स्कूल के बच्चे अपने भ्रमण के अगले पड़ाव में रायपुर के चंदखुरी गांव में स्थित कौशल्या माता का भव्य मंदिर देखने पहुंचे और इस मंदिर के इतिहास के बारे में बच्चों ने बारीकी से अध्ययन किया । यह मंदिर केवल देश में ही नहीं बल्कि विश्व में , भारत भूमि के आदर्श भगवान श्री राम की माता कौशल्या का अकेला मंदिर है । हम सब के आदर्श भगवान श्री राम अपनी माता-पिता के आज्ञाकारी पुत्र थे उसके साथ ही भगवान श्री राम के बाल्यकाल का कुछ समय यहां पर बिताए थे।
विद्यालय के शिक्षकों के योगदान से सफल रहा भ्रमण कार्यक्रम
श्री श्री ज्ञान मंदिर विद्यालय के एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधान पाठिका रंजना देशमुख , शिक्षिका ललित देशमुख , पंकज शर्मा , गीतेश्वरी मिथलेश , निशा निखत बी , जानकी देशमुख , मनोज कुमार , दुर्गेश्वरी चंद्रकार, यामिनी साहू , इंदु पिस्दा के साथ बच्चों के देखभाल के लिए स्टाफ की ओर से मंजू लता देशमुख , सोहद्रा साहू बच्चों के साथ रहे।
निशुल्क श्री श्री ज्ञान मंदिर विद्यालय सांकरा का संक्षिप्त परिचय
आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था के वेद विज्ञान महाविद्यापीठ ट्रस्ट बेंगलुरु द्वारा सांकरा में संचालित निशुल्क विद्यालय श्री श्री ज्ञान मंदिर वर्ष 2011 से 25 बच्चों के साथ नर्सरी कक्षा के साथ शुरू हुआ था , जो अब कक्षा आठवीं तक कक्षाएं संचालित हो रही है जिसमें 196 बच्चे योग , प्राणायाम ध्यान व मानवीय मूल्य के साथ राज्य शिक्षा विभाग के पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
विद्यालय प्रबंधन की ओर से प्रतिवर्ष बच्चों को निशुल्क शिक्षा के साथ पाठ शिक्षण सामग्री, कॉपी , पुस्तक , पेन – पेंसिल , दोपहर का मध्यान भोजन , ट्रस्ट ऑफिस की ओर से तैयार स्कूल यूनिफॉर्म , स्वेटर जूता – मोजा सहित आवश्यक शिक्षण सामग्रियां समय – समय पर प्रदान की जाती है ।
===≠==≠===≠==≠==≠===≠===≠====≠==
Comments