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नवपहल से जनपहल कार्यक्रम से शिक्षा के क्षेत्र में अद्भुत क्रांति

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दुर्ग जिला स्कूल शिक्षा विभाग का अभिनव प्रयास

दुर्ग जिले के धमधा ब्लाक में विद्यालय के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए स्कूल जिला शिक्षा विभाग के अभिनव प्रयास नवपहल से जनपहल कार्यक्रम की शुरुआत 8 माह पूर्व किया गया था। इस पायलट प्रोजेक्ट के सफलता में योगदान देने वाले जनप्रतिनिधि , नागरिक , पालक , छात्र शिक्षकगण, स्वहायता समूह , रसोइया के सद्प्रयास के लिए अग्रदूत सम्मान समारोह का आयोजन जनसहयोग से दुर्ग में किया गया।

शिक्षा में भारतीय जीवन दर्शन , संस्कृति संस्कार से जुड़ाव , छत्तीसगढ़ की पवित्र‌ धरा को गौरवान्वित करने की नितांत आवश्यकता को महसूस करते हुए इस कार्य योजना  की परिकल्पना की गई थी । जिसका उद्देश्य सभी की जनभागीदारी से बच्चो के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करना था ।

इस अभिनव नवाचारी प्रयास के पहल ने धमधा ब्लाक में  शिक्षा के स्तर को गुणवत्तापूर्ण कर दिया है । इसी सफलता को देखते हुए अब यह योजना पूरे दुर्ग जिले में लागू किया जाएगा । सफलता की प्रेरणा से यह योजना पूरे राज्य में भी लागू करने की तैयारी की जा रही है इसके साथ ही इस कार्य योजना से प्रेरित होकर यह प्रपोजल पीएम शिक्षा श्री योजना मैं शामिल करने हेतु अध्ययन किया जा रहा है ।

नवपहल से जनपहल कार्यक्रम के बारे में देते अधिक जानकारी हुए डॉ बी रघु , सहायक संचालक शिक्षा , दुर्ग ने विस्तार से बताया कि –

  • प्रवेश उत्सव एवं वातावरण निर्माण – सत्र शुभारंभ में बच्चों के शाला प्रवेश हेतु उचित वातावरण का निर्माण, पालकों से संपर्क, विद्यालय की साज-सज्जा, वृक्षारोपण इत्यादि का लक्ष्य होगा।
  • “नव पहल कीड़ा एवं योग प्रशिक्षण केन्द्रों “की स्थापना -विकासखंड के 22 स्थानों में बच्चों को वर्षभर कीड़ा एवं योग के सतत् प्रशिक्षण हेतु स्थायी केन्द्रों की स्थापना की गयी है। बच्चों का प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया है । विकासखंड के समस्त व्यायाम निर्देशक एवं स्थानीय शिक्षक कोचिंग का कार्य कर रहे है।
  • “सियान” लोकशालाओं “की स्थापना – वर्तमान पीढ़ी को हमारी समृद्ध संस्कृति, संस्कार, मान्यताओं, परम्पराओं जीवन मूल्यों, मातृभाषा तथा भारतीय ज्ञान परम्परा के हस्तांतरण हेतु समाज के बुर्जुगों के साथ बच्चों, युवाओं के साहचर्य हेतु संध्या चौपालों का संचालन। इस सत्र में समस्त संकुल केन्द्रों में इन जनशालाओं की स्थापना का लक्ष्य है।
  • “हमर – पहुना ” – विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि धारक, विशेषज्ञ, अनुभवी व्यक्तियों से प्रत्येक माह बच्चों से (प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, हाई, हायर सेकेण्डरी) साक्षात्कार करवाना। उद्देश्य है बच्चों को प्रेरणा एवं विशिष्टता प्राप्त करने हेतु मार्गदर्शन प्राप्त हों।
  • “लईका मड़ई – प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक बच्चों हेतु संकुल स्तर पर सत्र में, एक बार मड़ई का आयोजन कर उनकी प्रतिभाओं, रूचि, अभिव्यक्ति को अवसर प्रदान करने का उद्देश्य है। यह इनका वार्षिकोत्सव होगा।
  • “ जिज्ञासा – समाधान” सत्रों का आयोजन प्रत्येक स्तर के बच्चों हेतु उनकी विषयगत जिज्ञासाओं, कठिनाईयों के समाधान हेतु विद्यालय के शिक्षकों, समीपस्थ विद्यालयों के शिक्षकों एवं उपलब्ध ।
  • बाल सभाओं का आयोजन-प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक के बच्चों को अभिव्यक्ति के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से माह में 02 बार “बाल सभाओं” का आयोजन कर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को प्रोत्साहित करना। बाल सभा का संपूर्ण संचालन बच्चें स्वयं करेंगे। शिक्षकों का मार्गदर्शन उन्हें प्राप्त होगा।
  • शिक्षक प्रतिभा चिन्हांकन कार्यक्रम-शिक्षकों के विभिन्न क्षेत्रों कीड़ा, साहित्य, सांस्कृतिक, विभिन्न कलाओं से बच्चों, पालकों, समुदाय एवं विभाग को परिचय कराने एवं बच्चे अपने रुचि अनुरूप क्षेत्रों में शिक्षक की प्रतिभा का लाभ ले सकें। गुरूजनों की प्रतिभाओं का सम्मान भी इस कार्यक्रम का उद्देश्य है।
  • विज्ञान प्रदर्शनी-बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने एवं नवाचार में अभिरूचि को प्रोत्साहित करने हेतु उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर के बच्चों द्वारा विज्ञान के प्रादर्शो के निर्माण एवं प्रदर्शन हेतु जोन एवं विकासखंड स्तर पर प्रदर्शनियों का आयोजन किया जायेगा।
  • गणित मेला-गणित विषय में बच्चों की रूचि जागृत करने एवं अध्यापन को सुगम बनाने हेतु बच्चों की सहायता से प्रत्येक स्तर के बच्चों हेतु गणितीय अवधारणाओं पर मनोरजंक खेलों, क्वीजों इत्यादि का आयोजन करना।
  • शिक्षकों के नवाचारी कार्यों की प्रदर्शनी – हमारे विकासखंड में अनेक शिक्षकगण अपने स्तर पर अनेक नवाचारी कार्यों से अपने विषयों को सुगमता से बच्चों में स्थापित करने में सफल हो रहे हैं। इनके समर्पण एवं प्रतिभा को सम्मानित करना तथा अन्य शिक्षकों को प्रेरित करने के उद्देश्य से इसकी परिकल्पना की गयी है ।
  • ” अकादमिक सहायता केन्द्र’ की स्थापना- शिक्षकों के अकादमिक आदान-प्रदान एवं विचार विमर्श हेतु संकुल केन्द्र मुख्यालय में संकुल शैक्षिक समन्वयक के संयोजन में, माह में 02 बार विद्यालयीन कार्यावधि के पश्चात् बैठको का आयोजन यह प्राथमिक से उच्च प्राथमिक शिक्षकों हेतु होगा, इसमें समय-समय पर माध्यमिक स्तर के विषय विशेष के व्याख्याता को भी मार्गदर्शन हेतु आमंत्रित किया जा सकता है। माध्यमिक स्तर पर प्राचार्य। दूसरे और चतुर्थ शनिवार को अपने स्टॉफ के साथ अकादमिक समीक्षा करेगे।
  • डाटा केन्द्र की स्थापना -विकासखंड एवं संकुल स्तर पर समस्त प्रकार के डाटा के उचित संग्रहण एवं अद्यतन समस्त जानकारियों की उपलब्धता हेतु स्थायी व्यवस्था की योजना है। इस केन्द्र में संपादित समस्त कार्यो, उपलब्धियों की अद्यतन जानकारी भी संग्रहित की जायेगी।
  • स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन जिला स्वास्थ्य सेवा एवं विकासखण्ड स्वास्थ्य सेवा के सहयोग से प्रत्येक स्तर के बच्चों का सत्र में 02 बार अनिवार्य स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों के आयोजन संकुल स्तर पर करने की विशेष योजना है।
  • शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम सुविधानुरूप एवं बच्चों के आयु वर्ग अनुरूप समीपस्थ स्थलों में शैक्षिक भ्रमण हेतु प्रत्येक विद्यालय स्तर पर इसकी योजना बनाएंगे। एक सत्र में अधिकतम 02 बार प्रत्येक विद्यालय इसे आयोजित करेंगे।
  • “विद्यालय पुस्तकालय की कियाशीलता – प्रत्येक स्तर के विद्यालय में उपलब्ध पुस्तकों का उपयोग बच्चे नियमित करें, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करना है । जनसहयोग से भी पुस्तके संग्रह करने के प्रयास किए जायेंगे ।
  • प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु मार्गदर्शन सत्र पूर्व माध्यमिक स्तर से बच्चों को समय-समय पर प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु शालावार / संकुलस्तर पर आमंत्रित विशेषज्ञों की उपस्थिति में विशेष मार्गदर्शन एवं कोचिंग के आयोजन की रूपरेखा है ।
  • छात्र कीड़ा प्रोत्साहन प्रतियोगितांए सभी बच्चों को जिला, राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में भाग लेने के अवसर नही मिलते.. है, उनकी की प्रतिभाएं रूचि को हतोत्साहन से बचने हेतु स्तर पर एवं समीपस्थ विद्यालय के। साथ खेल विशेष में प्रतियोगिताए समय-समय पर संपादित करने की योजना है। नवपहन
  • विद्यालयीन पत्रिका का प्रकाशन प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक माध्यमिक स्तर पर विद्यालय की ” वार्षिक पत्रिका ” के प्रकाशन की योजना है । प्राय एवं पूर्व माध्यमिक स्तर पर बच्चों की हस्तलिखित पत्रिका तैयार की जायेगी। माध्यमिक स्तर पर बजट की उपलब्धता अनुसार मुद्रित पत्रिका का प्रकाशन किया जायेगा । प्राय एवं पूर्व माध्य. स्तर पर भी जनसहयोग से बजट उपलब्धता होने पर वे भी मुद्रित पत्रिका का प्रकाशन कर सकेंगे ।
  • जन-जागरण रैलियां – राष्ट्रहित, राज्य हित, जनमानस के कल्याणार्य लाभार्थ विषयों पर समय-समय पर बच्चों के द्वारा अपने स्थानीय स्तर पर जनजागरण रैलियां आयोजित किए जाऐंगे
  • शाला विकास समिति बैठकें प्रत्येक स्तर के विद्यालय में प्रत्येक माह एस.एम.डी.सी. की अनिवार्य बैठकें संपादित की जायेगी। सत्र में 02 बार विद्यालय में “पालक मिलन” कार्यक्रम भी संपादित करने की योजना है।
  • “साहित्यक क्रियाकलाप”-प्रत्येक स्तर के विद्यालय में बच्चों में साहित्यक अभिरूचि जागृत करने हेतु साहित्यक क्रियाकलाप समय -समय पर आयोजित किये जायेंगे विद्यालय स्तर पर ही संबंधित प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकती है।
  • “कला प्रोत्साहन”-छत्तीसगढ़ की विभिन्न कलाओं गायन, वादन, नृत्य, मिट्टीकला, मूर्तिकला, चित्रकला इत्यादि से परिचय हेतु समय-समय पर क्रियाकलाप, प्रशिक्षण, मार्गदर्शन सत्रों के आयोजन की रूपरेखा है ।
  • क्विज प्रतियोगिताए-पूर्व माध्यमिक एवं माध्यमिक स्तर के बच्चों हेतु समय-समय पर विज्ञान, गणित एवं भाषा में क्विज प्रतियोगिताएं आयोजित किये जायेंगे ।
  • “संगी समूहों का गठन”-प्रत्येक विद्यालय में सक्रिय बच्चों के एक समूह “संगी समूह ” का गठन किया जायेगा । जिनका दायित्व विद्यालय के अनुशासन, साफ-सफाई, सजावट, वृक्षारोपण, बाल सभाओं, कीड़ा, बुरी आदतों पर दृष्टि एवं अन्य समस्त गतिविधियों में विद्यालय के स्थायी स्वयंसेवको के रूप में कार्य करेंगे।
  • शिक्षकों हेतु साहित्य सम्मेलन-शिक्षकों के मध्य अनेक साहित्यक प्रतिभांए हैं, इन्हें प्रोत्साहित करने एवं अन्यों को प्रेरणा के उद्देश्य से सत्र में एक बार ब्लॉक स्तरीय साहित्य सम्मेलन आयोजन की योजना है।
  • नशा उन्मूलन अभियान विद्यार्थियों, शिक्षकों की सहायता से न केवल शैक्षणिक संस्थाओं, वरन् संपूर्ण समुदाय में एक अभियान चलाकर नशाओं के विरुद्ध एक जन जागरण लाने का लक्ष्य है ।
  •  “ग्राम-नगर सेवा ” दल विद्यालयीन छात्रों द्वारा अपने ग्राम, नगर की स्वच्छता, वृक्षारोपण, सार्वजनिक /सामाजिक कार्यो में स्वयं सेवकों की भूमिका निभायेंगे। प्रत्येक विद्यालय में इस हेतु दल का गठन किया जायेगा

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दुर्ग विधायक अरुण वोरा , धमधा नगर पंचायत अध्यक्ष सुनीता गुप्ता सहित क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे ।

इस आयोजन में मुख्य रूप से समग्र शिक्षा मिशन कोऑर्डिनेटर सुरेंद्र पांडेय सहित धमधा विकासखंड के शिक्षक शिक्षिका एवं स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़े स्टाफ बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

Vaibhav Chandrakar

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