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जिले के कृषकों के लिए नवाचार की शुरुआत ….. कृषि विज्ञान केंद्र अंजोरा में जैव वर्धित गोभी की खेती

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शिवगढ़ प्रेस – दुर्ग l दुर्ग :- दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र, अंजोरा, दुर्ग के पोषण वाटिका में रंगीन पीली और गुलाबी रंग की जैववर्धित किस्म की  फूलगोभी एवं ब्रोकली की खेती प्रारंभ कर जिले के कृषकों के लिए नवाचार प्रस्तुत किए हैं, जो प्राकृतिक खेती से तैयार की गई है जिले के जलवायु के अनुकूल प्राप्त हुआ है इसकी खेती के लिए 15 से 25 डिग्री तक के तापमान उचित है। यह सफेद गोभी की खेती की तरह ही रोपाई से पहले भूमि की जुताई एवं गोबर खाद का उपयोग किया गया है।

यह रंगीन गोभी आम गोभी से दोगुना और ब्रोकली से 4 गुना दाम प्राप्त कर सकते हैं पोषक तत्व की दृष्टि से इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक पाए जाते हैं यह इम्यूनिटी के लिए अहम माने जाते हैं। विटामिन “ए” एवं “सी” प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ब्रोकली यह फूलगोभी की प्रजाति की होती है। दिखने में भी यह हरी फूलगोभी की तरह होती है लेकिन स्वाद में अंतर होता है। ब्रोकली सफेद गोभी से गुणों में कई गुना ज्यादा है, इसमें भरपूर फाइबर पाया जाता है। ब्रोकली में फाइटोकेमिकल्स, पोलीफेनॉल, क्वेंरसेटिन और ग्लूकोसाईड जैसे पोषक तत्व पाये जाते है जो मधुमेह को नियंत्रित करता है एंटी ऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी के गुण मौजूद होते हैं शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने में सहायक है।

Vaibhav Chandrakar

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