शिवगढ़ प्रेस । दुर्ग / सीबीएसई पाठ्यक्रम के शैक्षणिक सत्र 2023 – 24 के 10वीं कक्षा के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं । घोषित नतीजे के अनुसार दिल्ली पब्लिक स्कूल रिसाली भिलाई में अध्यनरत छात्रा आहना चंद्राकर ने 92.40% अंक प्राप्त कर परिवार के साथ ही अपने कुर्मी समाज को भी गौरान्वित किया है ।
शिक्षा के क्षेत्र में प्रारंभ से ही मेधावी रही आहना हमेशा बेहतरीन नतीजों के साथ अलग ही पहचान रखती हैं। परीक्षा में आए बेहतरीन नतीजे के लिए आहना ने इसका श्रेय अपने पिता अमित चंद्राकर व मां योगिता चंद्राकर को दिया है। आहना ने बताया कि पढ़ाई के लिए सकारात्मक वातावरण देने में मेरे माता पिता ने हर संभव प्रयास किया जिसका नतीजा यह है कि मैं उनके अपेक्षाओं से खरी उतर पाई हुं। इसके साथ ही उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय श्रीश्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग को देते हुए कहा कि बचपन से ही घर में ध्यान , योग , प्राणायाम और आध्यात्म का माहौल मिला जिसकी वजह से मैं भी नियमित रूप से ध्यान व प्राणायाम का अभ्यास करती हूं जिसका फायदा मुझे मेरी पढ़ाई में मिलता रहा है । इसके साथ ही मैं आर्ट ऑफ लिविंग का इनट्यूशन प्रोग्राम भी किया हुआ है जिसका भी मुझे आश्चर्यजनक लाभ हो रहा है ।
आहना चंद्राकर के पिता अमित चंद्राकर होटल व्यवसाय से जुडे हैं और दुर्ग रेलवे स्टेशन के सामने स्थित वाणी होटल व रेस्टोरेंट के संचालक में से हैं तो वही माता योगिता चंद्राकर दुर्ग के समीप चिखली गांव में शासकीय प्राथमिक शाला में शिक्षिका के रूप में सेवारत है । आहना दुर्ग ब्लॉक के रिसामा गांव से है और वर्तमान में मीनाक्षी नगर दुर्ग में निवासरत है। उनके दादा दाऊ हीरामणि चंद्राकर रिसामा गांव के दो बार सरपंच रहे चुके हैं।
आहना की मां योगिता चंद्राकर ने बताया कि आहना को बचपन से ही पढ़ाई के साथ – साथ गायन , नृत्य में भी काफी रूचि है । नृत्य में उनकी अभिरुचि को देखते हुए दुर्ग के कृष्ण प्रिया कत्थक कला केंद्र में दाखिला कराया था जिसके तहत इंदिरा कला एवम संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से कत्थक नृत्य के पाठ्यक्रम में डिप्लोमा हासिल कर चुकी हैं , जिसके तहत कत्थक नृत्य के परफॉर्मेस के लिए बनारस , कटक और हरिद्वार में आयोजित कार्यक्रम में प्रथम स्थान कर अपनी नृत्य कला में लोहा मनवा चुकी हैं। आहना का सपना है कि वह देश की सेवा के लिए आईएएस अफसर बनकर सिविल सर्विसेस में जाना चाहती हैं।
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