शिवगढ़ प्रेस / भिलाई. दुर्ग जिले के वैशाली नगर विधानसभा के विधायक रिकेश सेन को अपने पर्सनल फेसबुक अकाउंट पर पत्रकारों को लेकर टिप्पणी करना महंगा पड़ता दिख रहा है। उन्होंने पत्रकारों को ब्लैकमेलर और दलाल जैसे शब्द का उपयोग किया है। इसको लेकर पत्रकार लामबंद हो गए हैं। उन्होंने आईजी दुर्ग राम गोपाल गर्ग और एसपी दुर्ग जितेंद्र शुक्ला को रिकेश सेन के खिलाफ ज्ञापन सौंपा है और आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की है। एसपी दुर्ग ने मामले में जांच करने का आश्वासन दिया है।
एक दिन पूर्व ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने एक साक्षात्कार में भारतीय मीडिया पर सीधा आरोप लगाते हुए उसे बिकाऊ-ब्लैकमेलर कहा था । राहुल ने कहा था कि – “हिंदुस्तान का मीडिया सिस्टम अब मीडिया सिस्टम नहीं रहा। साफ शब्दों में कहें तो मीडिया पैसा कमाने के लिए राजनीतिक रूप से ब्लैकमेलिंग करने वाली व्यवस्था है।” इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीएम विष्णुदेव साय ने पलटवार करते हुए अपने सोशल मीडिया हैंडल X में लिखा था कि – कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय मीडिया को ब्लैकमेलर और बिकाऊ कहा है। श्री गांधी ने हालिया प्रसारित एक साक्षात्कार में कहा है – “हिंदुस्तान का मीडिया सिस्टम अब मीडिया सिस्टम नहीं रहा। साफ शब्दों में कहें तो मीडिया पैसा कमाने के लिए राजनीतिक रूप से ब्लैकमेलिंग करने वाली व्यवस्था है।” मैं भारतीय मीडिया संस्थानों से यह पूछता चाहता हूं कि क्या वे राहुल जी के इस घोर आपत्तिजनक बयान से सहमत हैं? तो अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रदेश में सत्तासीन साय सरकार अपने विधायक के इस घोर निंदनीय सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करेगी ?
आपको बता दें कि बीते कुछ दिन पहले विधायक रिकेश सेन के प्रतिनिधि को लेकर एक बड़े चैनल की वेबसाइट में खबर चली थी। उसमें बताया गया था कि विधायक के अधिकतर प्रतिनिधि महादेव सट्टा और अन्य आपराधिक रिकार्ड में संलिप्त हैं और जेल जा चुके हैं। यह खबर विधायक रिकेश को इतनी नागवार गुजरी की उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट खबर लिखने वाली पत्रकार को धमकी दे डाली। इतना ही नहीं उसके बाद एक बड़े अखबार के वेब पोर्टल चलाने वाले पत्रकार का नाम लिखते हुए कहा कि उसके खिलाफ वो कार्रवाई कराएंगे।
इतना लिखने के बाद भी जब पत्रकारों ने विधायक की पोस्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं की तो विधायक इतने नीचे गिर गए गए की उन्होंने दूसरा पोस्ट यह लिख डाला कि उनके पास 200 डॉक्टर, व्यापारी और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने ज्ञापन सौंपा है कि उन्हें पत्रकार ब्लैकमेल कर रहा है। विधायक कहा कि उस पत्रकार के खिलाफ कल एफआईआर होगी। यह बात पत्रकार संघ को काफी नागावार गुजरी और उन्होंने एकता का परिचय देते हुए 50-60 की संख्या में शुक्रवार 23 मई 2024 को एसपी दुर्ग और आईजी दुर्ग से मुलाकात की। उन्होंने एसपी से कहा देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के विधायक रिकेश सेन देश के चौथे स्तंभ यानि मीडिया कर्मियों की आवाज को दबाने के लिए काफी नीचे स्तर का कार्य कर रहे हैं।
पत्रकारों ने कहा कि उन्होंने सोशलमीडिया अकाउंट का दुरुपयोग करके उसमें उनपर अनरगल आरोप लगाया है। इसलिए उनके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। एसपी जितेंद्र शुक्ला ने पत्रकारों की बात को सुना और कहा कि वो इसकी जांच करेंगे और इस मामले को बड़े अधिकारियों और प्रशासन स्तर तक पहुंचाएंगे।
ज्ञापन देते समय स्टील सिटी प्रेस क्लब भिलाई के अध्यक्ष आनंद नारायण ओझा, उपाध्यक्ष डॉ. संदीप उपाध्याय, कोषाध्यक्ष नीलेश त्रिपाठी, रॉबिन मल, न्यू प्रेसक्लब भिलाई से उपाध्यक्ष कोमल धनेसर, महासचिव खिलावन सिंह चौहान, कार्यालय सचिव रमेश भगत, केपी न्यूज के संपादक राजेश अग्रवाल, गणेश निषाद, मिथलेश ठाकुर, अनुभूति भाकरे, इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आकाश राव मदने, हितेश शर्मा, मनेद्र पटेल, खोमेंद्र सोनकर सहित अन्य सदस्य मौजूद थे। इस दौरान बैभव चंद्राकर, रवि सोनकर, सचिन, अभिषेक सावल, सीमांत कश्यप, संजय सिहं, खुशवंत, हरप्रीत भाटिया सहित बड़ी संख्या में दुर्ग और भिलाई के पत्रकार मौजूद रहे।
सीएम सहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व संगठन मंत्री को सौंपा गया ज्ञापन
पत्रकार संघ की तरफ से विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के विधायक रिकेश सेन के द्वारा मीडिया की आवज और स्वतंत्रा को दबाने के कार्य की जानकारी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव और संगठन मंत्री पवन साय को ज्ञापन भेजकर जानकारी दी गई। इसके बाद से भाजपा पार्टी में यह मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं कांग्रेस के पदाधिकारियों ने इसकी निंदा की है।
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