शिवगढ़ प्रेस / दुर्ग , – छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुरूप दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग के अंतर्गत संचालित पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय बिलासपुर की आगामी शैक्षणिक सत्र से प्रवेश संबंधी मान्यता हेतु भारतीय पशुचिकित्सा परिषद नई दिल्ली की तीन सदस्यीय समिति द्वारा महाविद्यालय के न्यूनतम मापदंडों की पूर्ति एवं उपलब्ध संसाधनों के अवलोकन एवं निरीक्षण 12 से 14 नवंबर 2024 तक किया गया।
टीम द्वारा 12 नवंबर को महाविद्यालय में स्थापित आदर्श संरचना का अवलोकन किया गया जिसमें महाविद्यालय के मुख्य भवन, बालक एवं बालिका छात्रावास, पशुचिकित्सा क्लिनिकल काम्पलेक्स, गिर बुलमदर फॉर्म, स्टाफ आवासीय भवनों, प्रेक्षागृह तथा वेटनरी कोर्स के अध्यापन संबंधी उपकरणों की उपलब्धता का सत्यापन किया गया।
13 नवंबर को दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, अंजोरा, दुर्ग के कुलपति डाँ.आर .आर.बी. सिंह , कुलसचिव डॉ.आर.के. सोनवणे एवं अधिष्ठाता पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, बिलासपुर के डाँ.किशोर मुखर्जी एवं महाविद्यालय में पदस्थ अन्य प्राध्यापकगणों तथा वेटनरी काउंसिल आफ इंडिया की टीम द्वारा जिला पशुचिकित्सालय बिलासपुर, पशु चिकित्सालय गोकुल नगर तथा शासकीय कुक्कुट फॉर्म कोनी बिलासपुर का निरीक्षण किया गया। इस केन्द्रों को पशुचिकित्सा क्लिनिकल काम्पलेक्स तथा लाइव स्टॉक फॉर्म काम्पलेक्स के आउटरीच सेंटर के रूप में प्रवेशित छात्र-छात्राओं के प्रशिक्षण के लिए प्रयोग किया जावेगा। इसके अतिरिक्त वेटनरी काउंसिल आफ इंडिया की टीम द्वारा खुटाघाट का भ्रमण किया गया जिसमें टीम द्वारा फिश कैच कल्चर तथा उपलब्ध संसाधनों का भी अवलोकन किया गया। समिति द्वारा 14 नवंबर को रिपोर्ट तैयार कर भारतीय पशुचिकित्सा परिषद नई दिल्ली को निरीक्षण प्रतिवेदन दिया जावेगा।
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