शिवगढ़ प्रेस / दुर्ग , दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग के अंतर्गत पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोरा में कुलपति डॉ.आर.आर.बी. सिंह के मार्गदर्शन एवं अधिष्ठाता डॉ.संजय शाक्य के निर्देशन में मुर्गी पालक किसानों एवं उद्यमियों के विशेष मांग पर “मुर्गी पालन प्रबंधन एवं उद्यमिता विकास” में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 25 से 27 सितंबर 2024 तक किया गया।
इस प्रशिक्षण में विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा मुर्गी पालन संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे छत्तीसगढ़ में मुर्गी पालन की संभावनाऐं, छत्तीसगढ़ की जलवायु के लिए उपयुक्त नस्ले, उनके आवास एवं सामान्य प्रबंधन, कुक्कुट आहार का प्रबंधन, मुर्गियों में रोग प्रबंधन एवं प्राथमिक उपचार, मुर्गियों में होने वाली महत्वपूर्ण बीमारियां, उनका टीकाकरण, रोकथाम, कम लागत में मुर्गी घर का निर्माण, उनकी प्रजनन व्यवस्था, ब्रूडिंग, चूजा, ग्रोवर एवं लेयर पालन एवं प्रबंधन, छत्तीसगढ़ एवं भारत सरकार द्वारा मुर्गी पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजनाऐं जैसे नेशनल लाइव स्टॉक मिशन (एन.एल.एम.) एवं नाबार्ड पोषित योजनाऐ, आवेदन प्रक्रिया, बैंक लोन की प्रक्रिया इत्यादि पर विभिन्न विषय विशेषज्ञों के द्वारा सारगर्भित व्याख्यान एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया है। स्ववित्तीय योजना के अंतर्गत इस प्रशिक्षण में प्रदेश के विभिन्न स्थानों से 58 प्रतिभागी सम्मिलित हुए।
प्रशिक्षण समापन समारोह के अवसर पर महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. संजय शाक्य, अतिरिक्त निदेशक पशुधन विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन डॉ.के.के. ध्रुव, निदेशक प्रक्षेत्र डॉ.धीरेंद्र भोंसले एवं जिला विकास अधिकारी नाबार्ड श्रीमती अंशु गोयल द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। प्रशिक्षण आयोजन डॉ.ओ.पी.दीनानी पोल्ट्री साइंस विभाग के द्वारा आयोजित यह प्रशिक्षण विश्वविद्यालय जनसंपर्क अधिकारी डॉ. दिलीप चौधरी, डॉ.आर.सी. रामटेके, डॉ.रजनी फ्लोरा कुजूर, डॉ. प्रीति सिंह, डॉ.दीप्ति किरण बारा, डॉ. शिवेश देशमुख की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ।
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