प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 में शिक्षक दिवस के अवसर पर देशभर में पीएम श्री स्कूलों का ऐलान किया था जिसे प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया यानी PM SHRI योजना के तहत विकसित किए जाने की तैयारी शुरू की जा चुकी है ।
ये काम चरणबद्ध तरीके से हो रहा है जिसके तहत पहले फेज में 14,597 स्कूलों को पीएम श्री स्कूल के रूप में विकसित और अपग्रेड किया जाएगा । 27,360 करोड़ रुपये के बजट से देशभर के कुल 14,597 स्कूलों को डेवलप करने की योजना बनाईं गई है ।
यह पायलट प्रोजेक्ट इसी साल शुरू हो चुका है जिसके तहत दुर्ग जिले के भी 11 स्कूलों का चयन किया गया है। इसमें बानबरद, भिलाई-3 के बिजली नगर, जरवाय, खुर्सीपार के बालाजी नगर, पथरिया, विनायकपुर, बोरसी, गभरा, अखरा, रूआबांधा के स्कूलों का चयन हुआ है। इन स्कूलों में नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई होगी। यहां के पुराने भवनों को विकसित कर नया स्वरूप प्रदान किया जाएगा । समग्र शिक्षा विभाग ने पीएम श्री के लिए दुर्ग जिसे के तीनों विकासखंड दुर्ग, धमधा और पाटन के 3-3 स्कूलों का नाम भेजा था, लेकिन इस प्रस्ताव से सिर्फ विनायकपुर, पथरिया और गभरा के ही स्कूलों का चयन गया।
विनायकपुर गांव का भी चयन इस योजना के तहत होने पर ग्राम के उप सरपंच सात्यिकी कुमार देवांगन, शाला विकास समिति के अध्यक्ष मोतीराम मार्कण्डेय , वार्ड पंच दिनेश देशमुख , खम्हन पटेल , सोनसाय साहू, विक्रम साहू, संतोष देवांगन , दिलीप चंद्राकर , विक्रम साहू, नरेंद्र साहू , सोमदत्त साहू सहित समस्त ग्रामीणजनों ने प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी सहित देश व प्रदेश के शिक्षा मंत्रालय को आभार प्रेषित किया है।
प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया यानी PM Shri School की कुछ विशेषताएं
पीएम श्री की घोषणा करते हुए PM Narendra Modi ने कहा था कि ये आदर्श विद्यालय यानी मॉडल स्कूल होंगे जो पूरी तरह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के अनुरूप होंगे। इन्हें केंद्र से फंडिंग मिलेगी । इन स्कूलों को पूरी तरह आधुनिक बनाया जाएगा। स्कूलों की बिल्डिंग को भी अपग्रेड किया जाएगा। इन्हें मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर के अनुरूप ढाला जाएगा. इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम तो होंगे ही, साथ ही कंप्यूटर लैब से लेकर लैबोरेटरी, लाइब्रेरी और अन्य जगहों पर भी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। इनमें NEP के तहत प्ले स्कूल की भी होंगे। वहीं इन पीएम श्री स्कूलों में क्लास 3 से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई कराई जाएगी। 20 लाख स्टूडेंट्स पढ़ेंगे।
इन स्कूलों के लिए कुल 60 मानक तय किए गए हैं. इन स्कूलों में डिस्कवरी ओरिएंटेड और लर्निंग सेंट्रिक टीचिंग मेथड लागू होगा। सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, खेल की सुविधाओं में भी ये स्कूल अव्वल बनाए जाएंगे।
इन स्कूलों को ग्रीन स्कूल के रूप में डेवलप किया जाएगा। PM Shri स्कूल्स का पाठ्यक्रम ऐसा होगा जो बच्चों में ऑर्गेनिक लाइफस्टाइल को बढ़ावा दे सके।शिक्षा मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, हर क्लास में हर बच्चे पर फोकस होगा।
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