शिवगढ़ प्रेस : दुर्ग : दुर्ग :- दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग के अंतर्गत अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ.नीलू गुप्ता की अध्यक्षता में “कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए सुरक्षा एवं सुरक्षित वातावरण” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ।इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.(कर्नल) एन.पी.दक्षिणकर, अतिथि वक्ता श्री आशीष डहरिया, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं सिविल न्यायाधीश वर्ग-2, दुर्ग, कुलसचिव डॉ.आर.के.सोनवाने, उपकुलसचिव डॉ.एम.के.गेंदले, पूर्व निदेशक एवं प्राध्यापक डॉ.ओ.पी. मिश्रा, निदेशक अनुसंधान सेवाएं डॉ.जी.के. दत्ता, विश्वविद्यालय जनसंपर्क अधिकारी डॉ. दिलीप चौधरी, श्री संजीव जैन एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक/वैज्ञानिकगण, कर्मचारीगण एवं महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित रहे। कार्यशाला का उद्घाटन मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर डॉ. नीलू गुप्ता ने कहा कि महिलाएं दिन प्रतिदिन सभी कार्यों में बढ़- चढ़कर हिस्सा ले रही हैं, ऐसे में महिलाओं के लिए कार्य स्थल पर एक सुरक्षित माहौल का होना अनिवार्य है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.(कर्नल) एन.पी.दक्षिणकर ने कार्यशाला में उपस्थित सभी लोगों का अभिनंदन करते हुए कहा कि वर्तमान समय में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां महिलाओं का योगदान नहीं है। महिला सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें उनके अधिकारों से अवगत कराना एवं आत्मरक्षा हेतु आवश्यक प्रशिक्षण देना आवश्यक है। महिलाओं की सुरक्षा हेतु भारत सरकार द्वारा मिशन शक्ति के नाम से एकीकृत महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम की शुरुआत भी की गई है। विशिष्ट अतिथि वक्ता श्री आशीष डहरिया ने महिलाओं को मिलने वाले कानूनी अधिकारों एवं महिला हित से संबंधित धाराओं से अवगत कराते हुए आई.पी.सी. की धारा 354 ए एवं आर्टिकल 14 एवं 15 के तहत समानता के अधिकार से अवगत कराया साथ ही बताया कि जानकारी के अभाव में कई बार महिलाएं कार्यस्थल में उत्पीड़न का शिकार हो जाती हैं उन्होंने बताया कि हर कार्यस्थल पर एक आंतरिक समिति गठित की जानी चाहिए जहां पर महिलाएं किसी भी प्रकार की शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करा सके। कार्यक्रम का संचालन डॉ.किरण कुमारी एवं डॉ.सोनाली प्रुष्टि द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
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